Powered By Blogger

Monday, March 22, 2010

हिंदी हैं हम हिन्दोस्तान हमारा !


मुझे गर्व है कि मैं भारतीय हूँ , और मैने भारत जैसे राष्ट्र मे जनम लिया है! सिर्फ इतना कह देना कि मैं भारत  का रहने वाला हूँ और इस राष्ट्र मे जनम लिया  है काफी नहीं  होगा, हम लोगो को  राष्ट्र के हर पहलु को समझना चाहिए! भाषा से lekar वेश भेष तक!
आज  जिधर भी देखो अपनी हिंदी भाषा का मखूल बनाया जा रहा है ! हम सभी ने इंग्लिश भाषा को अपनी matra भाषा बना लिए है और हिंदी को मात्र भाषा! क्या ये सही है? क्या हम  अपनी संस्कृति का मजाक नहीं बना रहे हैं! आज  हम लोगो ने अपने फायेदे के लिए हिंदी भाषा को त्याग दिया है! विद्यालय से लेकर विश्वविध्य्लाया तक सब इंग्लिश भाषा के रंग मे रंग चुके हैं!जब हम किसी भी कंपनी मे साक्षात्कार  के लिए जाते हैं  तो कहा जाता है कि अगर आपको पूरी तरीके से इंग्लिश आती है तो आप साक्षात्कार  दे सकते अन्यथा नहीं! क्या ये अपनी भाषा का अपमान नही है?
ये कहना कि इंग्लिश भाषा का प्रयोग करना गलत है बिलकुल गलत होगा लेकिन अपनी हिंदी भाषा को नजरअंदाज करना भी सही नहीं होगा!
कोई बच्चा जब जनम लेता है तो वो भी पहले शब्द भी माँ ही कहता है ,कभी मम्मी नहीं कहता है या फिर मोम कहकर नहीं पुकारता है!
मेरे विचार मे किसी भी भाषा का प्रयोग गलत नहीं है पर किसी भी चीज कि अधिकता लाभदायक नहीं hoti है!हमेशा राष्ट्र को ध्यान मे रख कर ही किसी चीज को अपना लेना ही राष्ट्रहित  कहलाता है!
आज का समय विश्वीकरण  का है तो हर किसी बी हशा का ज्ञान होना आवश्यक हो सा गया है इसलिए इंग्लिश को जाने लेने मे कोई हर्ज नहीं है पर उसको अपने राष्ट्र से लुप्त कर देना भी तो सही नहीं है! नहीं तो  कल आने वाली नयी पीड़ी को हिंदी शब्द का प्रयोग  करना हथेली पर सरसों उगाने जैसे होगा!

हम सबी भारत्वास्सियों   को हिंदी भाषा के उठान के लिए आगे आना चाहिए और इसका प्रयोग करना चाहिए ये देशहित मे एक कदम होगा!
dhanyawad!
आप लोगो के सुझाव आमंत्रित हैं!

No comments:

Post a Comment